प्रश्न 1.- गोंडवाना के धर्म गुरु कौन है ?
उत्तर- पहान्दी पारी कुपार लिंगों ।
प्र.2 - पारी कुपार लिंगों का जन्म स्थान किस द्वीप में हुआ था ?
उत्तर- कोयामुरि द्वीप के पुर्वाकोट गढ़राज्य में ।
प्र. 3 - पारी कुपार लिंगो के माता पिता का क्या नाम था ?
उत्तर - माता हिर्वा दाई और पिता पुलशिव।
प्र. 4 - पारी कुपार लिंगो का जन्मोत्सव कब मनाया जाता है ?
उत्तर - शरद पूर्णिमा के दिन ।
प्र. 5 - कुपार लिंगो को बचपन में शिक्षा देने वाले भूमका का क्या नाम था?
उत्तर - कोयला मोदी भूमका ।
प्र. 6 - पारी कुपार लिंगो जब सम्पूर्ण कोयामुरी द्वीप का परिभ्रमण करने निकले तब उनकी उम्र क्या थी ?
उत्तर - लगभग 16 वर्ष ।
प्र. 7 कोयामुरी द्वीप में परिभ्रमण करने का मुख्य उद्देश्य क्या था ?
उत्तर - गोण्डी कोया पुनेम का सत्यमार्ग शोध निकालना ।
प्र. 8 पारी कुपार लिंगो के वाहन का सम्बंध किस पक्षी से है ?
उत्तर - चील ।
प्र . 9 - पारी कुपार लिंगो ने सम्पूर्ण कोयामुरी द्वीप में कितने वर्ष परिभ्रमण किया था ?
उत्तर- 2 वर्ष ।
प्र. 10 - कुपार लिंगो के परिभ्रमण के दौरान कुपार लिंगो की मुलाकात माता रायतार जन्गो दाई से किस जगह हुई ?
उत्तर- गिदल पल्ली या गीदम में ।
प्र. 11- कुपार लिंगो को बारह स्वरों का ज्ञान किससे प्राप्त हुआ ?
उत्तर- संभुशेक के डमरू से ।
प्र. 12- पारी कुपार लिंगो को ज्ञान प्राप्त के लिए कोयली कचारगढ़ ,एक एकांतमय स्थान,वहाँ जाने की सलाह किसने दी?
उत्तर- माता रायतार जन्गो दाई ने ।
प्र. 13 - कुपार लिंगो को ज्ञान प्राप्त कितने वर्षों में हुआ ?
उत्तर- सात वर्ष में ।
प्र. 14- कुपार लिंगो की हिरासुका से मुलाकत किस गांव में हुई ?
उत्तर- धन्ने गांव में ।
प्र. 15- हीरासुका कौन थे ?
उत्तर- एक महान संगीतकार एवं संगीत कला के अधिपति ।
प्र. 16 - पारी कुमार लिंगो ने हीरासुका से संगीत विद्या कितने दिनों में सीख लिए थे?
उत्तर- मात्र 7 दिनों में सात सुरों का ज्ञान सीख लिया था ।
प्र. 17- पारी कुपार लिंगो ने किस वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्ति की ?
उत्तर - सावरी वृक्ष ( स्यामर पेड़ )
प्र . 18 - जिस पर्वत के नीचे कुपार लिंगो ने ज्ञान की प्राप्ति उस पर्वत को क्या कहा जाता है ?
उत्तर - कुपारगढ़
प्र.19- पारी कुपार लिंगो ने सबसे पहले शिक्षा किसे दी ?
उत्तर - कली कंकाली के 33 कोट बच्चों को ।
प्र. 20- कली कंकाली कौन थी ?
उत्तर - कोयावंसी गोंड समुदाय के सगा देवों की दाई कली कंकाली कलिपुट गणराज्य के गण प्रमुख राहुड़ वंशीय याद राहुड़ राजा की कन्या थी ।
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